कभी उनको था मेरी हर एक रूह का हिसाब
आज उनके पास शायद अब वो वक़्त कहा है
कहने को तो बहुत अपने है इस जंहा में
पर सब के लिए प्यार के लिए वक़्त कहा है
हा ये सच है चेहरे पे उदासी रहती है
पर रोने के लिए किसी के पास वक़्त कहा है
जीना हो तो जीना सिख लो अकेले ए "आलोक'
अब इस दुनिया में किसी के लिए किसी के पास वक़्त कहा है
............................. (स्वरचित ..आलोक पाण्डेय )
आज उनके पास शायद अब वो वक़्त कहा है
कहने को तो बहुत अपने है इस जंहा में
पर सब के लिए प्यार के लिए वक़्त कहा है
हा ये सच है चेहरे पे उदासी रहती है
पर रोने के लिए किसी के पास वक़्त कहा है
जीना हो तो जीना सिख लो अकेले ए "आलोक'
अब इस दुनिया में किसी के लिए किसी के पास वक़्त कहा है
............................. (स्वरचित ..आलोक पाण्डेय )
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