Monday, December 17, 2012

माँ का साथ है तो

माँ का साथ है तो 
साया ऐ -कुदरत भी साथ है 
माँ के बगैर लगे 
दिन भी रात है 
मै दूर हू तो क्या 
उसका सर पे हाथ है 
मेरे लिए तो मेरी माँ ही 
कायनात है 
दामन में माँ के सिर्फ 
वाफाओ के फूल है 
हम सारे अपने माँ की
कदमो की धुल है
औलाद के सितम उसे हस के
कुर्बान है
बच्चो को बक्स देना
माँ का उसूल है
दिन रात उसने पल पोश के बड़ा किया
गिरने लगा जो मै
मुझे फिर से खड़ा किया .....माँ को ढेर सारा प्यार 

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