Friday, December 28, 2012

कब तक इन कुत्तो  के भरोसे ये  देश  चलाओगे 
आखिर कब तक 
अपनी बहन बेटियों को घर में छुपाओगे 
आखिर कब तक 
कब तक बहन बेटियों के सपने टूट्ते देखोगे 
आखिर कब तक 
जब बहने ही ना होंगी राखी किस के साथ मनाओगे 
जिन माँ ने जनम दिया ऊस माँ को कितना रुलाओगे 
उठो लड़ो संघर्ष करो ,इन बलात्कारियो का विधव्नश करो 

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