Sunday, December 30, 2012

अगर तुम पूछती हो तो

अगर तुम पूछती हो तो 
की तुम मुझे कितनी अच्छी लगती हो 
तो सोचा एक गीत लिखू और सुनाऊ 
अगर तुम पूछती हो तो ....
अगर तुम जिद करो तो 
चाँद तारे तोड़ लाउ मै 
उन चाँद तारो से तेरी माँग सजाऊ मै 
अगर तुम पूछती हो तो 
इन प्यारी उलझी जुल्फों को मै 
अपनी उंगली से सुलझाऊ 
जब तुम मेरी बाहों में लेटो
जुल्फों में चुपके से फूल लगाऊ
ये जो दिल धडकता है सिर्फ तुम्हारे लिए
उस दिल की सारी बात बताऊ
खोल दू दिल के सारे राज ,तुमसे कुछ ना छुपाऊ
आके तेरे खाव्बों में ,अपनी सांसो से तुम्हे जगाऊ
याद करू मै हर पल तुझको ,ये तुमको बतलाऊ
हर पल रहती हो इन नजरो में
आँखों में तुम्हे तुम्हारी तस्वीर दिखाऊ
कंधे में तुम्हारे सर रखके
अपनी सारी तकलीफ भूल जाऊ
जिस दिल को तुम पत्थर कहती हो
आओ कितना प्यार है तुम्हे दिखाऊ .............आलोक

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