अगर तुम पूछती हो तो
की तुम मुझे कितनी अच्छी लगती हो
तो सोचा एक गीत लिखू और सुनाऊ
अगर तुम पूछती हो तो ....
अगर तुम जिद करो तो
चाँद तारे तोड़ लाउ मै
उन चाँद तारो से तेरी माँग सजाऊ मै
अगर तुम पूछती हो तो
इन प्यारी उलझी जुल्फों को मै
अपनी उंगली से सुलझाऊ
जब तुम मेरी बाहों में लेटो
जुल्फों में चुपके से फूल लगाऊ
ये जो दिल धडकता है सिर्फ तुम्हारे लिए
उस दिल की सारी बात बताऊ
खोल दू दिल के सारे राज ,तुमसे कुछ ना छुपाऊ
आके तेरे खाव्बों में ,अपनी सांसो से तुम्हे जगाऊ
याद करू मै हर पल तुझको ,ये तुमको बतलाऊ
हर पल रहती हो इन नजरो में
आँखों में तुम्हे तुम्हारी तस्वीर दिखाऊ
कंधे में तुम्हारे सर रखके
अपनी सारी तकलीफ भूल जाऊ
जिस दिल को तुम पत्थर कहती हो
आओ कितना प्यार है तुम्हे दिखाऊ .............आलोक
की तुम मुझे कितनी अच्छी लगती हो
तो सोचा एक गीत लिखू और सुनाऊ
अगर तुम पूछती हो तो ....
अगर तुम जिद करो तो
चाँद तारे तोड़ लाउ मै
उन चाँद तारो से तेरी माँग सजाऊ मै
अगर तुम पूछती हो तो
इन प्यारी उलझी जुल्फों को मै
अपनी उंगली से सुलझाऊ
जब तुम मेरी बाहों में लेटो
जुल्फों में चुपके से फूल लगाऊ
ये जो दिल धडकता है सिर्फ तुम्हारे लिए
उस दिल की सारी बात बताऊ
खोल दू दिल के सारे राज ,तुमसे कुछ ना छुपाऊ
आके तेरे खाव्बों में ,अपनी सांसो से तुम्हे जगाऊ
याद करू मै हर पल तुझको ,ये तुमको बतलाऊ
हर पल रहती हो इन नजरो में
आँखों में तुम्हे तुम्हारी तस्वीर दिखाऊ
कंधे में तुम्हारे सर रखके
अपनी सारी तकलीफ भूल जाऊ
जिस दिल को तुम पत्थर कहती हो
आओ कितना प्यार है तुम्हे दिखाऊ .............आलोक
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